1

तन्हाई में खोया, अकेला हूँ मैं | Judai Aur Tanhai Ki Dastaan | Sad Ghazal | दर्द भरी ग़ज़ल

News Discuss 
तन्हाई के पलों में, मैं अपने आप से बातें करता हूँ, “कभी तन्हाई में भी आंसू छलक आते हैं, जिनसे दिल की बात कहें, वही बिछड़ जाते हैं।” तन्हाई में बैठूं तो इल्ज़ाम-ए-मुहब्बत। मियाँ ये आशिक़ी इज़्ज़त बिगाड़ देती है…” कितने ऐश से रहते होंगे कितने इतराते होंगे आप खुद https://youtu.be/Lug0ffByUck

Comments

    No HTML

    HTML is disabled


Who Upvoted this Story